वंदे मातरम्
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सुजलाम्,सुफलाम्, मलयज, शीतलाम्
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शस्य श्यामलाम् मातरम्
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शुभ्र ज्योत्स्नां पुलकित यामिनीम्
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फुल्ल कुसुमित द्रूमदल शोभिनीम्
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सहासिनीम् सुमधुर भाषिणीम्
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सुखदाम्, वरदाम् मातरम वंदे मातरम्
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तूमी विद्या तूमी धर्म तुमी हूदि तूमी मर्म
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त्वम् प्राण: शरीरे, बाहुते तुमी माँ शक्ति
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हृदये तुमी माँ भक्ति तोमारी प्रमिभा गडि़
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मंदिरे मंदिरे,
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त्वम् हि दुर्गा दशप्रहरण धरिर्णीं
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कमलांकमल–दल विहारिणी
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वाणी विद्या दायिनी नमामि त्वाम्
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नमामि कमलां अमलां अतुलाम्
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सुजलाम्, सूफलाम् मातरम्
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श्यामलाम् सरलां सुस्मितां,
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भूषितां धंरणी भरणीं मातरम्
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–बंकिमचन्द्र
चटर्जी
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